मधुबनी, अक्टूबर 30 -- बाबूबरही, निज संवाददाता। कमला बलान और सोनी नदी के त्रिवेणी संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा तक साधना तपस्या के लिए लगने वाले कल्पवास से इन दिनों भक्तिमय का माहौल बना है। संगम तट पर साधु-संतों और श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा है। कल्पवासी तंबुओं में रहकर ध्यान, साधना और तपस्या में लीन हैं। भोर से ही घाटों पर मंत्रोच्चार और भजन-कीर्तन की गूंज वातावरण को पवित्र बना रही है। कल्पवास को हिन्दू धर्म में आत्मशुद्धि और तप का विशेष काल माना गया है। श्रद्धालु एक माह तक संगम तट पर रहकर संयम, सेवा, साधना और सत्संग के माध्यम से ईश्वर साधना करते हैं। यह काल व्यक्ति को सांसारिक मोह-माया से विरक्ति और आत्मिक शांति का मार्ग दिखाता है। संगम तट पर बावन भगवान सहित अन्य स्थानों के साधुओं द्वारा श्रद्धालुओं के लिए खालसा का आयोजन किया गया है। जहां ...