विकासनगर, मई 4 -- तहसील क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों पेयजल किल्लत बनी हुई है। प्राकृतिक स्रोतों में पानी नहीं होने के कारण पेयजल लाइनें सूखी पड़ी हैं। गर्मियों में होने वाले पेयजल किल्लत से निपटने के लिए दो साल पूर्व गुंडा गांव में एक करोड़ की लागत से नलकूप योजना का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन कार्य की धीमी गति के कारण अभी योजना धरातल पर मूर्त रूप नहीं ले सकी है। जबकि नलकूप योजना का निर्माण कार्य बीते मार्च माह तक पूरा किया जाना था। स्थानीय निवासी आदित्य सिंह पंवार, प्रमेश रावत, संतराम चौहान, महावीर चौहान, मोहन लाल, रणवीर सिंह, प्रीतम सिंह, पदम सिंह ने बताया कि दो साल पूर्व बोरिंग की गई थी, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हुआ है। इस योजना के आसपास के गांवों की करीब पांच हजार की आबादी को पेयजल सुविधा मिलनी है। इसके साथ ही कस्तूरबा गा...