आरा, जुलाई 4 -- -इमामबाड़ों में गूंजी या हसन या हुसैन की सदायें -दर्जनों दंडाधिकारी नियुक्त किए गए सहार, संवाद सूत्र। जिले से लेकर प्रखंडों तक मोहर्रम को लेकर चहल-पहल बढ़ गई है। कर्बला के मैदान में हुई जंग में इमाम हसन व हुसैन की शहादत और त्याग के रूप में मनाए जाने वाले इस महीने की शनिवार को नौवीं तारीख है। इसे लेकर धार्मिक व प्रशासनिक रूप से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शनिवार यानी मोहर्रम माह की नौवीं को अकीदतमंद परंपरागत तरीके से छोटी ताजिया जुलूस निकालेंगे। गौरतलब हो कि गम और मातम का यह त्योहार इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए काफी अहम माना जाता है। यह माह इस्लामिक कैलेंडर का पहला माह है, जिसमें इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। इसे लेकर सहार, पेऊर, नाढ़ी, छतरपुरा आदि गांवों के इम...