नई दिल्ली, फरवरी 11 -- शिया मुस्लिम बहुल ईरान अंतराराष्ट्रीय संबंधों और आर्थिक पैमाने पर संकटपूर्ण दौर से गुजर रहा है। इजरायल और अमेरिका से तनातनी के बीच उसकी अर्थव्यवस्था लगातार गोते मार रही है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि मुद्रास्फिति 45 फीसदी के आंकड़े को पार कर गई है और देश की आधी से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा के नीचे चली गई है। ईरानी मुद्रा रियाल तेजी से गिरती जा रही है। इसकी वजह से लाखों ईरानी संकट में पहुंच चुके हैं। ये सब ऐसे वक्त में हो रहा है, जब ईरान पहले से ही इजारयल और अमेरिका से उलझा हुआ है और अब नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना अधिकतम दबाव ईरान पर बढ़ा दिया है। ट्रंप ने कड़े प्रतिबंधों के जरिए ईरानी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने की कसम खाई है। इससे ईरानी अर्थव्यवस्था तेजी से गिर रही है। ईरान में अब खाने-पीने और रहने ...