नई दिल्ली, फरवरी 21 -- कभी इस्लामी दुनिया की अगुआई करने वाला सऊदी अरब आज खुद अपने पड़ोसियों और साथी मुस्लिम देशों में अलग-थलग पड़ता जा रहा है। इसका बड़ा कारण प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियां मानी जा रही हैं, जिन्होंने कई बार ऐसे फैसले लिए जो पारंपरिक इस्लामिक सहयोग को कमजोर कर गए। एक समय था जब सऊदी अरब अपने तेल के दम पर पूरी दुनिया में अपनी धाक जमाए बैठा था, लेकिन अब उसके कई पुराने साथी उससे किनारा करने लगे हैं। खासतौर पर फिलिस्तीन समर्थकों की नजर में सऊदी अब पहले जैसा नहीं रहा। फिलिस्तीन को लेकर सऊदी अरब की नीति में बदलाव आया, जिससे अरब जगत में उसकी साख गिरी। पहले सऊदी अरब खुले तौर पर इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के समर्थन में खड़ा दिखता था, लेकिन अब उसने इजरायल के साथ संबंध सुधारने की दिशा में कदम बढ़ा लिए हैं। अब्राहम समझौते के तहत ...