दरभंगा, जुलाई 15 -- बागमती नदी किनारे बसा दरभंगा खूबसूरत शहर है, जो समृद्ध संस्कृति, ज्ञान व इतिहास के साथ प्राकृतिक संसाधनों से धनवान है। इसके बावजूद शहर की हरियाली तेजी से गायब हो रही है। पोखर-तालाब, मन, झील आदि गंदगी से भरे हैं और इसे भरकर लोग मकान बना रहे हैं। इस स्थिति से पर्यावरणविदों व आम शहरियों में आक्रोश व्याप्त है। इनका कहना है कि शहरी क्षेत्र से हरियाली मिटने से वर्षा का स्तर घट रहा है। सड़कों के किनारे वृक्ष नहीं हैं। राहगीर छांव के लिए भटकते हैं। फुटपाथों पर अतिक्रमण फैला है, जिससे पौधरोपण के लिए स्थान नहीं मिल रहा है। इनका कहना है कि वाहनों के तीखे हॉर्न, धुआं व निर्माण कार्य की धूल-गर्द से शहर का माहौल दमघोंटू बना है। पर्यावरणविद इस हालत का जिम्मेदार अधिकारियों व नेताओं को मानते हैं। बताते हैं कि पेड़-पौधों को शहरीकरण निगल च...