जौनपुर, अक्टूबर 31 -- जौनपुर, संवाददाता। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मोंथा का खौफ गुरुवार को दूसरे दिन भी जिले के किसानों को छाया रहा। सुबह तड़के शुरू हुई बारिश को देख किसानों के माथे पर बल देखा गया। मौसम के जानकार बताते हैं कि एक नवंबर तक मोंथा का प्रभाव बरकरार रहेगा। बुधवार की रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक अगेती धान की प्रजाति की करीब पांच से छह प्रतिशत फसल खेतों में धराशाई हो गई हैं। इसके अलावा करीब चार फीसदी धान काटकर खेतों में छोड़े गए हैं। दोनों को मिलाकर करीब 10 प्रतिशत नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। जिले में लगभग 50 हजार हेक्टेयर में अगेती धान की फसल रोपी गई है। मोंथा के कारण सुबह से हो रही कहीं हल्की तो कहीं रिमझिम बारिश से लोगों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हुए हैं। बच्चों को स्कूल जाने आने में कठिनाई हुई। पशुपा...