गंगापार, अक्टूबर 6 -- दो दिन पूर्व तेज हवा के साथ खेत में गिरी धान की अधपकी फसल को किसान काट कर धान की मड़ाई का कार्य कर रहे हैं। सिटकी गांव के वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि धान की अधपकी फसल यदि खेत में पड़ी रह जाएगी तो धान के साथ पुवाल भी नष्ट हो जाएगा। वीरेन्द्र सिंह श्रमिकों के साथ धान की फसल को कटवा ले रहे हैं। उधर तरवाई के किसान रामराज ने बताया कि दो दिन पूर्व तेज हवा के साथ हुई वारिश ने किसानों को भारी चोट दे रखी है। खेत में गिरी फसल का उत्पादन अब पच्चास फीसदी ही मिल पाएगा। अमोरा गांव के किसान योगेन्द्र सिंह ने बताया कि यह भगवान का शुक्र रहा कि बारिश के साथ ओले नहीं गिरे वरना भारी नुकसान हो जाता। लोटाढ़ गांव के किसान मनोज कुमार ने बताया कि उनके गांव में हजारों एकड़ धान की फसल उगाई गई है, दो सप्ताह बाद फसल की कटाई शुरू हो जाएगी।

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