बागपत, जून 1 -- सचिन यादव का क्रिकेट से भाला फेंक में आना एक दिलचस्प मोड़ था। उन्होंने खुद कहा है कि उन्होंने क्रिकेट छोड़ दिया, क्योंकि उन्हें उसमें कोई भविष्य नहीं दिख रहा था। उनका मानना था कि क्रिकेट में उनसे बेहतर खिलाड़ी थे, इसलिए उन्होंने एक ऐसे खेल को चुना जहां वे केवल अपने दम पर निर्भर रह सकें। खेकड़ा के रहने वाले सचिन यादव क्रिकेटर बनना चाहते थे। 6.5 फीट लंबाई के कारण उन्होंने फास्ट बोलिंग करना शुरू किया था। बैटिंग भी अच्छी कर रहे थे। इसी बीच उनके मन में क्रिकेट छोड़कर कोई अन्य खेल चुनने की सूझी। बताया कि उनके इस खेल परिवर्तन में उनके पड़ोसी और हेड कांस्टेबल संदीप यादव की अहम भूमिका थी। संदीप ने सचिन को क्रिकेट खेलते हुए देखा था। संदीप ने गौर किया कि सचिन की कंधे की गति अच्छी थी और वे तेज गेंदबाजी करते थे। उन्हें लगा कि सचिन की अच्छी क...