बक्सर, मई 8 -- बक्सर, निज संवाददाता। जिले के राजपुर प्रखंड अंतर्गत सगरांव गांव में चल रहे श्रीमद्भगवत कथा के तीसरे दिन आचार्य रणधीर ओझा ने कहा कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे हैं। वहां आपका, अपने इष्ट या गुरु का अपमान न हो। यदि अपमान की आशंका हो तो वहां नहीं जाना चाहिए। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि भगवान शिव की बात नहीं मानने पर सती को पिता के घर जाकर अपमानित होने पर स्वयं को अग्नि में स्वाहा करना पड़ा था। वहीं, ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि द्वारा अपमानित होने पर भी उनकी मां सुनीति ने धैर्य नहीं खोया। भक्त ध्रुव द्वारा तपस्या कर श्रीहरि को प्रसन्न करने की कथा सुनाते हुए बताया कि भक्ति के लिए उम्र बाधा नहीं है। ध्रुव की सा...