गोरखपुर, जुलाई 6 -- गोरखपुर, मनीष मिश्र पूर्वांचल में तीव्र ज्वर (हाईग्रेड फीवर) पीड़ित करीब 6 प्रतिशत मासूम जूनोटिक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। यह खुलासा हुआ है बीआरडी मेडिकल कालेज की जांच में। इस वर्ष अब तक भर्ती हुए 660 मरीजों में से 39 में जूनोटिक डिजीज की पुष्टि हो चुकी है। इस बच्चों को तेज बुखार था। उन्हें कंपकंपी के साथ झटके आ रहे थे। इसके उन्मूलन को लेकर रिसर्च शुरू हो गई है। बताया जाता है कि तीव्र ज्वर से जूझ रहे बच्चों में जूनोटिक बीमारियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग सात प्रकार की जांच कर रहा है। यह जांच आरएमआरसी और आईसीएमआर की निगरानी में हो रहा है। बच्चों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्क्रब टायफस, लैप्टोस्पायरोसिस, जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) और एईएस जांच की जा रही है। जिले के 660 बच्चों में इस वर्ष तेज बुखार के माम...