गिरडीह, मई 19 -- पीरटांड़। जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर जी में साधु संतों का जुटान हो रहा है। रविवार को मधुबन स्थित गुणायतन में संत शिरोमणी आचार्य विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री समता सागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश हुआ। मधुबन में साधनारत साधु साध्वी व श्रधालुओं द्वारा मुनि श्री का आगवानी किया गया। इस दौरान जगह-जगह रंगोली बनाकर व साधु संतों का पद प्रक्षालन कर स्वागत किया गया। बताया जाता है कि संत शिरोमणी आचार्य विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य तथा आचार्य समय सागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती निर्यापक श्रमण मुनिश्री समता सागर जी महाराज ससंघ का मधुबन में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। मुनिश्री के साथ मुनि पवित्र सागर जी महाराज, एलक निश्चय सागर जी महाराज तथा एलक निजानंद सा...