बिजनौर, नवम्बर 23 -- अंतर्राष्ट्रीय फायकू दिवस पर आयोजित समारोह में एक हजार एक फायकू लिखने वाले तीन साहित्यकारों को फायकू वाचस्पति सम्मान दिया गया। श्याम विहार कॉलोनी स्थित साहित्यकार डॉ. पंकज भारद्वाज के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी और दृष्टि बाधित बच्चों के कोच नरेश नयाल (देहरादून) ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने फायकू विधा को हिंदी साहित्य के लिए एक सशक्त विधा बताया। फायकू विधा के प्रवर्तक अमन त्यागी ने कहा कि फायकू हिंदी साहित्य क्षेत्र में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और आज देश-विदेश में 500 से अधिक लोग फायकू विधा पर लिख रहे हैं। उन्होंने इसके व्याकरण विधान पर भी चर्चा की। कार्यक्रम में फायकू विधा पर पहली पुस्तक लिखने वाली साहित्यकार रश्मि अग्...