गंगापार, मई 6 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। एक तरफ प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को कंप्यूटरीकृत करके आनलाइन शिक्षा की तैयारी बेसिक शिक्षा परिषद के माध्यम से सरकार करवा रही है, दूसरी ओर मांडा के दो परिषदीय विद्यालयों के पास तीन साल से अपना भवन तक नहीं है। दूसरे के मकान में किसी तरह इन विद्यालयों का संचालन हो रहा है। मांडा दक्षिणी पहाड़ी भूभाग में स्थित प्राथमिक विद्यालय परसीधी और उच्च प्राथमिक विद्यालय मसौली के भवन जर्जर व अत्यंत पुराने होने के कारण तीन साल पहले ढहा दिये गये थे। मकान ढहाने और मलबा हटाने के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनाया गया था। तीन साल पहले दोनों विद्यालयों के मकान ढहाये जाने के बाद परसीधी विद्यालय के लिए गांव में कोई अन्य विद्यालय नहीं था। काफी खोजबीन के बाद गांव के एक संभ्रांत व्यक्ति ने अपना मकान प्राथमिक विद्यालय संच...