औरंगाबाद, अक्टूबर 10 -- मदनपुर थाना क्षेत्र में रविवार को समाजसेवी संतन सिंह समेत तीन लोगों की अलग-अलग जगहों से शव यात्रा निकाली गई। एक ही दिन तीन मौतों से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पतेया निवासी 65 वर्षीय समाजसेवी संतन सिंह का इलाज के दौरान पटना एम्स में निधन हो गया। वे समाज में व्याप्त कुरीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार संघर्षरत थे। सूचना के अधिकार का उपयोग कर उन्होंने कई सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी का खुलासा किया था। किसानों के खाद-बीज की कालाबाजारी के विरोध में वे कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके थे। उनकी पहचान गरीब, मजदूर और मध्यमवर्गीय लोगों के हितैषी के रूप में थी। संतन सिंह की एकमात्र बेटी वर्षा सिंह इंजीनियर हैं। उनकी शादी का सपना अधूरा रह गया। उनके निधन से ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा दुख है। इसके अलाव...