गंगापार, अक्टूबर 6 -- बरसात के चलते मांडा क्षेत्र के दो तीन ग्राम पंचायतों के दर्जनों गांवों में मेजा व मांडा क्षेत्र के आठ जंगली नालों का बरसाती पानी दो माह से भरे होने से तमाम किसानों की धान की खेती जलमग्न होकर बर्बाद हो गयी और अभी तक खेतों में पानी भरे होने से गेहूं की बोआई पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं। इन गांवों के सैकड़ों बीघे खेत अभी भी तालाब बने हुए हैं, लेकिन बरसाती पानी के निकास की व्यवस्था न तो स्थानीय प्रशासन कर पा रहा है और न ही जन प्रतिनिधि रुचि ले रहे हैं, जिससे किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। मांडा क्षेत्र के बरहा कला, नेवढ़िया, ढिलिया, ढेढ़रा, मसौली, ऊंटी आदि ग्राम पंचायतों के दर्जनों गांव चारों ओर पहाड़ी क्षेत्र से घिरे काफी गड्ढे नुमा क्षेत्र में हैं। बरसात के बाद इन ग्राम पंचायतों के गांवों में मेजा के अंतरी, अमिलि...