विकासनगर, अक्टूबर 2 -- पालकी के सभी देव चिन्ह दर्शन को रखे त्यूणी, संवाददाता। विजयादशमी पर्व पर तीन महासू देवता ओर शेडकुडिया देवता के देव चिह्न विधि विधान से निरोड से पालकी में स्थापित हो गए हैं। इससे पहले जागरा पर्व पर शाही स्नान के बाद गणेश चतुर्थी के दिन से बाशिक महासू देवता मंदिर मेनदरथ, पवासी महासू देवता मंदिर बामसू, चालदा महासू देवता मंदिर दसऊ ओर शेडकुडिया देवता मंदिर रायगी में परंपराओं से पालकी के सभी देव चिन्ह निरोड (खुले में) में रखे जाते हैं। साल भर में जागरे से विजयादशमी तक निरोड में देवता के दर्शन का सौभाग्य श्रद्धालुओं को मिलता है। चालदा देवता के निरोडिया राजेंद्र नौटियाल, सन्त राम डोभाल ने बताया कि इस बार गणेश चतुर्थी से लेकर विजयादशमी 34 दिन श्रद्धालुओं को देवता का निरोड में दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा निरोड ...