भागलपुर, फरवरी 12 -- भागलपुर। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए वेरीफिकेशन कराए जा रहे हैं। जिसमें करीब 3 प्रतिशत फर्मों से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। सर्वर में पड़े ऐसे डाटा को सिस्टम स्वत: निरस्त कर दे रहा है। बताया जा रहा है कि किसी न किसी बहाने लोगों से दस्तावेज लिए जा रहे हैं। लोगों से पूछताछ में स्टेट जीएसटी के अधिकारियों को ऐसी जानकारियां मिल रही हैं। फर्म का आधार अथेंटीकेशन (बायोमेट्रिक) नहीं कराने से जीएसटी पंजीयन निरस्त हो रहा है। बोगस फर्मों को व्यापार करने से रोकने के लिए पंजीयन कराने से पहले फर्म संचालक को बायोमेट्रिक पहचान देनी होती है।

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