सीवान, जुलाई 1 -- गुठनी, एक संवाददाता। जिले के गुठनी, दरौली, रघुनाथपुर और सिसवन प्रखंड में सरयू नदी और बूढ़ी गंडक से लगभग हर साल लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है। बूढ़ी गंडक जहां सिर्फ बाढ़ लाती है, लेकिन सरयू नदी बाढ़ के साथ कटाव भी करती है। जिससे लोगों के उपजाऊ जमीन व घर नदी में समा जाते हैं। गुठनी प्रखंड के करीब आधा दर्जन से अधिक गांव तिरबलुआ , बलुआ, ग्यासपुर, मैरीटार, योगियाडीह, गोहरुआ, सोनाहुला बाढ़ से जहां पूरी तरह प्रभावित होते हैं। वहीं यूपी से सटे होने के नाते गुठनी प्रखंड बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित होता है। जिले के आखिरी सीमा पर बसे होने के कारण इसे बाढ़ का दंश हर साल झेलना पड़ता है। बाढ़ से कटाव के बाद जहां लोग विस्थापित हो जाते हैं। वहीं दियारा से करीब 200 से अधिक परिवार बाढ़ के समय दूसरे जगह पर जाने के लिए मजबूर होते हैं। ...
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