कानपुर, दिसम्बर 17 -- कानपुर के माल रोड निवासी 76 वर्षीय किराना कारोबारी सुरेंद्र कुमार गुप्ता और उनकी पत्नी बैंक की दो दिनों की छुट्टी और अपनी बेटी की सूझबूझ के चलते एक बड़ी ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। गुरुवार रात से शुरू हुए इस घटनाक्रम में ठगों ने खुद को पुणे पुलिस का अधिकारी बताकर कारोबारी को डराया कि उनके आधार कार्ड का दुरुपयोग पाकिस्तान पैसे भेजने के लिए किया जा रहा है। आयकर जांच का डर दिखाकर आरोपियों ने बुजुर्ग दंपत्ति को तीन दिनों तक उनके ही घर में 'डिजिटल अरेस्ट' रखा और उनके बैंक खातों, शेयर व पीएफ की तमाम गोपनीय जानकारियां हासिल कर लीं। शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने के कारण ठग पैसों का ट्रांजैक्शन नहीं कर सके, इसी बीच उनकी शिक्षिका बेटी मिली गुप्ता को संदेह हुआ। जब मां ने मैसेज कर उन्हें घर न आने और जांचकर्ताओं के 'अ...