कुशीनगर, नवम्बर 2 -- पडरौना, निज संवाददाता। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मोंथा के चलते जनपद में पिछले तीन दिन से होने वाली बारिश ने किसानों की कमर को तोड़ कर रख दिया है। लगातार हवा के साथ होने वाली रिमझिम बारिश के चलते किसानों की धान की फसलें बर्बाद हो रही हैं। सर्वाधिक परेशान उन किसानों को उठानी पड़ रही है, जिन्होंने धान की कटाई करके खेतों में छोड़ दिया है। वहीं हवा के चलते धान की फसल जमीन पर गिर गई है। इससे उसमें कीचड़ व पानी होने के चलते उसके गलने की चिंता किसानों को सताने लगी है। जनपद में पिछले तीन दिन में 45 एमएम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने रविवार से मौसम के बेहतर होने की संभावना जताई है। इससे किसानों को राहत मिलेगी। वहीं बारिश के चलते ठंड का प्रकोप पड़ने लगा है। बारिश के चलते लोगों चादर समेत ऊनी कपड़ा निकाल लिये हैं। चक्रवात...