मोतिहारी, अगस्त 19 -- चिरैया, निज संवाददाता । पश्चिम बंगाल के बर्धमान में तीर्थ यात्रियों से भरी बस हादसे के बाद से चिरैया प्रखंड का पूरा सरसावा गांव शोक में डूबा हुआ है। शोक और अपनों को खोने की पीड़ा में लोगों ने भोजन भी छोड़ दिया है। जिसके कारण गांव में तीन दिनों से चूल्हे नहीं जले । चारों शवों की अंत्येष्टि के बाद सोमवार को चौथे दिन दूध कर्म का रस्म निभाने के बाद ग्रामीणों ने अन्न ग्रहण किया है। मृत परिजनों का गम व घायलों की सता रही चिंता: ग्रामीण मृत परिजनों को लेकर जहां गमगीन हैं। वहीं घायलों को लेकर चिंता सताये जा रही है। गांव के 31 लोग अभी भी अस्पताल में जीवन की जंग लड़ रहे हैं। घर के चौका घर से लेकर गांव के चौपाल तक बस हादसे की चर्चा हो रही है। घायलों के स्वास्थ्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। परिजनों के चेहरे पर चिंता और भय का भा...