पेरिस, जून 24 -- इजराइल के 12 दिनों के हमलों में ईरान के नुकसान का यदि आकलन किया तो सबसे बड़ी क्षति उसके कम से कम 14 परमाणु वैज्ञानिकों का मारा जाना है जिनकी निगरानी में ईरान का परमाणु कार्यक्रम आगे बढ़ा रहा था। अमेरिका के एक दिवसीय हमले में भी तीन परमाणु ठिकाने तबाह हुए हैं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला भले ही ईरान को पीछे धकेल सकता है किंतु उसे रोक नहीं पाएगा। फ्रांस में इजराइल के राजदूत जोशुआ जर्का ने 'एसोसिएटेड प्रेस' से कहा कि वैज्ञानिकों की मौत और इजराइली व अमेरिकी हमलों में बचे परमाणु ढांचों और सामग्रियों से ईरान के लिए हथियार बनाना लगभग असंभव होगा। उन्होंने कहा कि पूरे समूह के खात्मे के कारण ईरान का परमाणु कार्यक्रम कुछ वर्ष नहीं काफी वर्ष के लिए टल गया है। हालांकि परमाणु विश्लेषकों का यह भी कहना है कि ईरान के पास अन्य वै...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.