गिरडीह, नवम्बर 20 -- तिसरी, प्रतिनिधि। तिसरी प्रखंड से बड़े पैमाने पर अवैध माइका की तस्करी की जा रही है। तिसरी प्रखंड के उतरी और दक्षिणी छोर पर स्थित दूर-दराज के गांवों में उत्खनन करवाने से लेकर संग्रह कराकर तिसरी के माइका माफियाओं द्वारा हर दिन लगभग 20 लाख से अधिक लागत के अवैध माइका की तस्करी की जाती है। वन और खनन विभाग को इसकी बखूबी जानकारी रहने के बावजूद माइका माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है जिसके कारण माइका माफियाओं का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। मजे की बात यह है कि वन विभाग द्वारा लगाए गए चेकनाका के नाक के नीचे से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जाता है और वनकर्मी देखते ही रह जाते हैं। गौरतलब है कि तिसरी प्रखंड के पचरुखी, खटपोक, लोकाय, साखम, गोलगो, कर्णपुरा, डूब्बा, असनातरी, लदबेदवा, नारोटांड़, कानीचिहार, मनसाडीह, तीसरो, बरवाडीह तथा...