चाईबासा, अगस्त 4 -- चाईबासा, संवाददाता। तांतनगर पंचायत के तिरुंगबासा गांव में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की एक विशेष बैठक हुई, जिसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने न केवल सामाजिक मुद्दों पर खुलकर चर्चा की, बल्कि फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग के उन्मूलन में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया। इस संवादात्मक बैठक का संचालन पिरामल फाउंडेशन की प्रतिनिधि प्राप्ती रसे ने महिलाओं के साथ जमीन से जुड़ी बातें साझा की। उन्होंने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत दवा सेवन की अहमियत बताई और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को प्रेरित किया कि वे न केवल स्वयं दवा लें, बल्कि अपने परिवार और समुदाय को भी इसके लिए प्रेरित करें। महिलाओं ने कहा हम खुद भी दवा लेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
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