वाराणसी, अगस्त 8 -- सारनाथ (वाराणसी), संवाददाता। तिब्बत निर्वासित सरकार के केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने कहा कि चीन तिब्बती बौद्ध संस्कृति को नष्ट कर रहा है। तिब्बत में चीन सरकार के अत्याचार से वर्ष 2009 से 2022 तक 17 से 35 वर्ष की उम्र के 157 तिब्बतियों ने आत्मदाह किया है। वह गुरुवार को केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान पहुंचे। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि चीन ने तिब्बत में जगह-जगह एआई कैमरा लगाया है। चेहरे को भावों को समझकर तिब्बतियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाती है। तिब्बत में चीन ने कई बांध बनाए हैं। इस बांध का वह दुरुपयोग भी कर सकता है। जिससे भारत और बांग्लादेश को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि तिब्बत भारत का सांस्कृतिक अंग है। भारत में सबसे ज्यादा तिब्बती छात्र कर्नाटक में रह...