आजमगढ़, अक्टूबर 6 -- सगड़ी, हिन्दुस्तान संवाद। तहसील क्षेत्र के 10 हजार से उपर हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला तालसलोना जो मछुआ समुदाय का जीवकोपार्जन का मूल माध्यम है। उसे अब पक्षी विहार के रूप में विकसित किया जाएगा। शनिवार की शाम को जिलाधिकारी रवींद्र कुमार द्वितीय ने एसपी संग मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। डीएम ने कहा कि ताल सलोना में पक्षी विहार के लिए कार्य योजना तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने अपस्थित मछुआरों से भी पक्षी विहार बनाने के बारे में जानकारी ली। कुछ लोगों ने ताल सलोंना को अपने जीवकोपार्जन का मूल माध्यम है जिससे हम माछली मारते हैं और कवल गट्टा के साथ ही साथ टिन्नी का चावल आदि की खेती कर कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। बता दें कि ताल सलोना को पक्षी विहार विकसित करने के लिए कई बार कार्य योजना बनी, पर हर बार कागजों तक सिमटकर...