मुजफ्फरपुर, जून 9 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। तालाब और नदी ही नहीं, मिट्टी तक को हजारों स्कूलों के सेप्टिक टैंक प्रदूषित कर रहे हैं। विधानसभा में मामला उठने पर सभी जिलों से इसपर जवाब मांगा गया है। इसके बाद स्कूलों में शौचालय के सेप्टिक बनाने से लेकर सालों से इसकी सफाई नहीं होने की पोल भी खुल रही है। विधानसभा में पिछले दिनों विजय कुमार खेमका, श्यामबाबू यादव समेत कई जनप्रतिनिधियों ने इस मामले को उठाया था। इन जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सूबे के 50 फीसदी सरकारी स्कूलों में अब भी सेप्टिक टैंक नहीं है। सूबे में 72 हजार से अधिक प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक स्कूल हैं। इन स्कूलों में 36,342 में सेप्टिक टैंक नहीं हैं। सैकड़ों स्कूलों के सेप्टिक टैंक प्रदूषण फैला रहे हैं। इसके बाद सभी जिलों से इसपर रिपोर्ट तलब की गई है। स्थिति यह है कि जिन स्कूलों में...