उन्नाव, जुलाई 23 -- उन्नाव। श्री आदि गुरु वैदिक सेवा संस्थान और श्री गोकुल बाबा मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के आठवें दिन कथावाचक प्रशांत प्रभुजी महाराज ने कथा में सुनाया कि तारकासुर ने ब्रह्मा से अमर होने का वरदान मांगा था, लेकिन ब्रह्मा ने उसे शिवपुत्र के अलावा किसी और से न मारे जाने का वरदान दिया। तारकासुर ने देवताओं को बहुत परेशान किया और वे भगवान शिव के पास मदद के लिए गए। भगवान शिव ने देवताओं को आश्वासन दिया कि उनका पुत्र तारकासुर का वध करेगा। भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का जन्म हुआ। कार्तिकेय ने तारकासुर के साथ युद्ध किया और उसका वध कर दिया। इस घटना के बाद देवताओं ने राहत की सांस ली और सत्य और धर्म की स्थापना हुई। कार्तिकेय ने युद्ध में तारकासुर को पराजित किया। तारकासुर को मारने के लिए कार्तिकेय न...