जमशेदपुर, नवम्बर 9 -- विधायक पूर्णिमा साहू ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर तांती जाति को अत्यंत पिछड़ा वर्ग की सूची से विलोपित कर दलित वर्ग में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह कदम तांती समाज के साथ वर्षों से हो रहे सामाजिक व संवैधानिक अन्याय को समाप्त करेगा। विधायक पूर्णिमा साहू ने अपने पत्र में झारखंड प्रदेश पान-तांती-स्वांसी कल्याण समिति से प्राप्त दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया कि विभिन्न संवैधानिक, आयोगीय और शासकीय अभिलेखों में यह स्पष्ट प्रमाणित है कि तांती वास्तव में पान/स्वांसी जाति का ही पर्यायवाची नाम है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि काका कालेलकर आयोग, मुंगेरी लाल आयोग तथा बिहार-झारखंड जनजातीय कल्याण शोध संस्थान की रिपोर्टें भी इस तथ्य की पुष्टि करती हैं कि तांती समुदाय, पान-स्वांसी समाज का ही अंग है...