गाज़ियाबाद, अक्टूबर 3 -- गाजियाबाद। जिला अदालत में तलाक के लिए हर माह 150 से अधिक अर्जी पहुंच रहीं। इनमें दस फीसदी मामले ऐसे हैं, जिनमें दंपति की उम्र 50 वर्ष है। अधिकतर मामलों में प्रेम प्रसंग और तालमेल की कमी सामने आ रही है। जनपद में वन स्टॉप सेंटर, परिवार परामर्श केंद्र, महिला थानों में घरेलू विवाद के मामले आते हैं। यहां बिखरते रिश्तों को सुलझाने का प्रयास किया जाता है। जो मामले समझौते के बाद भी हल नहीं होते हैं, उनमें तलाक के लिए अदालतों में अर्जी दाखिल कर दी जाती है। इसके बाद कोर्ट में मामले में सुनवाई के बाद फैसला होता है। हालांकि, कई मामलों में अदालत में लंबी मुकदमेबाजी के बाद दंपति फिर से साथ रहने के तैयार हो जाते हैं। गाजियाबाद अदालत में हर माह तलाक से जुड़ीं 150 से ज्यादा अर्जी पहुंच रहीं है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा क...