नई दिल्ली, अगस्त 9 -- 21 जुलाई को भारत के मुख्य न्यायधीश बी. आर. गवई की एक टिप्पणी ने देशभर में सुर्खियां बटोरी। गुजारा-भत्ता से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए उन्होंने कहा था, आपको मांगना नहीं चाहिए, खुद कमाकर खाना चाहिए। दरअसल, पत्नी ने अपने पति से गुजारा-भत्ते के रूप में मुंबई में एक लग्जरी फ्लैट, 12 करोड़ रुपये और एक बीएमडब्ल्यू कार की मांग की थी। जस्टिस गवई ने उस महिला से कहा, 'आपने एमबीए किया है। आपको पहले ही एक फ्लैट दिया जा चुका है। सिर्फ 18 महीने चली शादी के लिए आप जो मांग कर रही हैं, वो बहुत ज्यादा है।'क्या है गुजारा-भत्ता? तलाक के सिर्फ पारिवारिक, सामाजिक और भावनात्मक पहलू ही नहीं, आर्थिक पहलू भी होते हैं। गुजारा-भत्ता इसके सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक पहलुओं में से एक है। जब दोनों पक्ष कानूनी रूप से तलाक लेेते हैं या अलग हो जाते ...
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