बोकारो, अगस्त 21 -- बोकारो जिले में 122 निजी अस्पताल व नर्सिंग होम स्वास्थ्य विभाग से पंजीकृत हैं। इनमें अधिकांश ऐसे अस्पताल हैं जो इंडियन मेडिकल कौंसिल द्वारा तय मानक का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। आईएमसी के तय मानक के अनुसार नर्सिंग होम के संचालन नहीं होने से आमजनों की सेहत के लिए बड़ी समस्या बन गई है। अस्पताल संचालक पंजीकरण के समय पेपर में सबकुछ सही दिखाकर या फिर सेटिंग-गेटिंग कर अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन तो करवा ले रहे है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखता है। पंजीकृत अस्पतालों की जांच की जाए तो अधिकांश अस्पतालों में ताला लटक जाएगा। आमजनों का कहना है कि बोकारो में कुकुरमे की तरह निजी नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। संचालकों की ओर से कम संसाधन के बावजूद अधिक मरीजों को भर्ती कर न सिर्फ उनका शोषण किया जा रहा है बल्कि उनके सेहत से खिलवाड़ किया जा...