रांची, सितम्बर 24 -- रांची, संवाददाता। डोरंडा के श्यामली कॉलोनी में रह रहे तमिल परिवार अपनी संस्कृति का निर्वहन करते हुए पिछले तीन साल से दुर्गा पूजा की परंपरा को भी निभा रहे हैं। इस वर्ष भी दिवाकर धनपाल, सुगन्या व जयराम कुमार के परिवार में पारंपरिक नवरात्र गोलू की भव्य सजावट की गई है। इन परिवारों ने बताया कि तमिलनाडु में प्रचलित इस परंपरा के तहत नवरात्रि में देवी दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती की आराधना की जाती है। पहले तीन दिन शक्ति की देवी दुर्गा, अगले तीन दिन लक्ष्मी और अंतिम तीन दिन सरस्वती की पूजा की जाती है। दसवें दिन नए कार्य व शिक्षा की शुरुआत को शुभ माना जाता है। गोलू की विशेषता बोम्मई गोलू है। इसमें देवी-देवताओं, महाकाव्यों के प्रसंगों और ग्रामीण जीवन को दर्शाते हैं। गुड़िया व मूर्तियों को सीढ़ीनुमा पाटों पर सजाया जाता है। पूजा में...