प्रयागराज, मई 7 -- प्रयागराज। मॉकड्रिल के लिए सरकार का आदेश आने के बाद चंद घंटों में ही विभागों ने तैयारी शुरू कर दी। यह पहला अवसर नहीं है जब किसी आपात स्थिति की आशंका के चलते मॉक ड्रिल किया जा रहा है। सिविल डिफेंस के अफसर व वॉलंटियर बताते हैं कि वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के वक्त भी ऐसी ही मॉकड्रिल हुई थी। सिविल डिफेंस के एडिशनल डिप्टी कंट्रोलर राकेश कुमार तिवारी कहते हैं कि उस वक्त ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में मॉक ड्रिल हुई थी। शाम का वक्त था और अंधेरा घिरते ही हर जगह राहत और बचाव कार्य शुरू हुए थे। हवाई हमला कैसे होता है, हमले के बाद सिविल डिफेंस की क्या भूमिका होती है, राहत और बचाव कार्य किस तरह से किए जाते हैं, इसकी जानकारी दी गई थी। ब्लैक आउट के वक्त जब चारो ओर अंधेरा रहता है तो राहत और बचाव कार्य किस प्रकार किया जाता है, इसकी भी जानक...