मुजफ्फरपुर, अगस्त 21 -- मुजफ्फरपुर। फूल अपनी नजाकत की दाद पा न सका, खिला जरूर, मगर खिल के मुस्करा न सका। यह हाल है जिले के सरकारी स्कूल के शिक्षकों का। बरसों इंतजार के बाद स्थानांतरित हुए भी तो पास की जगह और दूर का स्कूल मिल गया। बीमारी से पीड़ित शिक्षक और महिलाओं को आसानी की जगह और परेशानी हो गई है। मोतीपुर की एक शिक्षिका का तबादला नजदीक की जगह घर से 45 किलोमीटर दूर के स्कूल में हुआ है। रोजाना चार गाड़ी बदलकर आना-जाना पड़ता है। सुबह 7:00 बजे स्कूल के लिए निकलती है तो शाम 7:00 बजे घर लौट पाती है। यह हाल ऐसी कई महिला और असाध्य रोगों से पीड़ित शिक्षकों का है। इनका कहना है कि पारस्परिक स्थानांतरण का विकल्प भी दिया गया है, मगर शर्तें ऐसी हैं कि शिक्षक उसी में उलझकर रह गए हैं। इन समस्याओं पर विचार करते हुए विभाग को शिक्षकों की मुश्किलें आसान कर...