नई दिल्ली, मई 9 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत और पाकिस्तान के बीच गुरुवार को एक-दूसरे के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के दो-दो दौर हुए हैं। भारत ने दिन में ही साफ कर दिया था कि स्थिति को नहीं बिगड़ने देने का जिम्मा पाकिस्तान का है, लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उसने चेतावनी को नजअंदाज कर शाम को भारत के दर्जनभर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। विशेषज्ञ इसे युद्ध की उत्पन्न होती हुई परिस्थिति मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि विश्व समुदाय इस मामले में हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत नहीं करता है तो यह सिलसिला न सिर्फ लंबा खिंच सकता है बल्कि बड़ा रूप भी धारण कर सकता है। भारत ने अपने सभी सशस्त्र बलों को अलर्ट पर रखा है। समूची पश्चिमी सीमा पर वायुसेना हाई अलर्ट पर है तथा कभी भी जरूरत पड़ने पर वह अपनी कार्रवाई शुरू कर...