गुड़गांव, अक्टूबर 6 -- भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय न्यायविद सम्मेलन का समापन हुआ गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। संतुष्टता ही सबसे बड़ा धन है। तनावग्रस्त स्थिति में लिया गया निर्णय तनाव ही पैदा करता है। ओडिया उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शशिकांत मिश्रा ने सोमवार को गुरुग्राम में न्यायविद सम्मेलन के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए यह बात कही। राजयोग चित की वृत्तियों को नियंत्रित करता है, जिससे मन तनावमुक्त होता है। नेतृत्व का वास्तविक अर्थ तनावमुक्त नेतृत्व से है। असली लीडर वो है, जिसका लोग अनुसरण करें। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर के प्रकाशमणी सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। समापन पर न्यायाधीश शशिकांत मिश्रा ने कहा कि गीता में भी क...