बरेली, फरवरी 3 -- तत्कालीन एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना पर जानलेवा हमला कर सरकारी कार्य में बाधा डालने के चर्चित मामले में सोमवार को आरोपी सिपाहियों के अधिवक्ता ने अपने बचाव में बहस की। विशेष कोर्ट ने शेष बहस के लिए 13 फरवरी की तारीख नियत की है। विशेष लोक अभियोजक मनोज बाजपेई ने बताया कि 3 सितंबर 2010 को बरेली में तैनात एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना को सूचना मिली थी कि नकटिया के पास पुलिस कर्मी ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रहे हैं। एसपी ट्रैफिक तुरंत मौके पर पहुंचीं। उन्हें देखकर सिपाही कार में बैठकर भाग निकले। एसपी ट्रैफिक ने कार ड्राइव कर भाग रहे सिपाही मनोज का कॉलर पकड़कर उसे रोकना चाहा तो उसने कार दौड़ा दी। इससे एसपी काफी दूर तक घिसटती हुई गयी थीं। इस प्रकरण में वसूली कर रहे सिपाही मनोज, रविंद्र, रवेंद्र और एक सिपाही के टेंपू चालक भाई धर्मे...