मेरठ, मई 17 -- छात्र आत्मविकास, निर्णय क्षमता और तकनीकी दक्षता को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। जीवन की चुनौतियों से साहसपूर्वक निपटें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है जहां वह स्वयं को स्वतः अपडेट करने में सक्षम है। यदि हमने समय रहते यह तकनीक नहीं अपनाइ तो यह भविष्य में मानव भूमिकाओं की जगह लेने की क्षमता रखता है। एमआईईटी में शनिवार को हुए दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों से यह अपील एकेटीयू के कुलपति प्रो.जेपी पांडे ने कही। समारोह में विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1156 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं। शुभारंभ एकेटीयू कुलपति प्रो.जेपी पांडे, तकनीकी शिक्षा पश्चिम क्षेत्र के संयुक्त निदेशक मोहम्मद साबिर, उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ.मोनिका सिंह, चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, कैंपस निदेशक डॉ.संजय कुमार सि...