कौशाम्बी, अप्रैल 12 -- ओसा स्थित वृद्धा आश्रम में रह रही एक वृद्धा ढाई साल बाद अपनों से मिली तो उनसे लिपटकर रो पड़ी। परिवार की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बहू के साथ आए नाती-नातिन उसे लेकर घर चले गए। आश्रम संचालक के मुताबिक वृद्ध महिला को परिवार से मिलाने में सोशल मीडिया का विशेष योगदान रहा। वृश्रा आश्रम संचालक आलोक राय ने बताया कि मध्य प्रदेश के मंदसौर की रहने वाली 78 वर्षीय कंचन बाई बैरागी करीब ढाई साल पहले परिजनों से नाराज होकर घर से निकल गई थी। इसके बाद ट्रेन पर सवार होकर वृंदावन पहुंची। फिर ट्रेन से ही भरवारी रेलवे स्टेशन आ गई। यहां भटकते हुए देख उसको आश्रम में आश्रय दी गई थी। आश्रम संचालक के अनुसार मानसिक हालत ठीक नहीं होने के कारण वृद्धा अपना सटीक पता और नाम नहीं बता पा रही थी। भोजन-पानी, रहने की व्यवस्था के साथ उसका इलाज भी कराया ...