गंगापार, जून 30 -- करछना थाना क्षेत्र के इसौटा गांव में बीते 13 अप्रैल को दलित युवक की हत्या कर शव जिंदा जला दिया गया था। अगले दिन अधजला शव देख ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा, जिसके बाद लोगों का हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया था। मामले में पीड़ित परिजनों की सहायता के तमाम दावे किए गए लेकिन हकीकत यह है कि अब तक न मुआवजा मिला और न ही भूमि का पट्टा। खाने के भी लाले हैं लेकिन किसी ने पीड़ित परिवार की ओर झांकने की भी जहमत नहीं उठाई। रविवार को पीड़ित परिजनों से मिलने नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद आए थे जिन्हें प्रशासन ने जाने से रोक दिया। करछना के इसौटा लोहंगपुर गांव निवासी अशोक कुमार का इकलौता बेटा देवीशंकर को गांव के ही कुछ लोगों द्वारा गेहूं की ढुलाई के लिए उसे बुलाकर ले...