चंपावत, अगस्त 26 -- सड़क से दूर पहाड़ी गांव के सरकारी स्कूल की शिक्षिका मंजूबाला ने बच्चों को नई राह दिखाई। अंग्रेजी, जिसे गांव के बच्चे दूर की चीज मानते थे, उस विषय में उन्होंने बच्चों को दक्ष बनाया। स्कूल को जिले का पहला अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बनाने के साथ ही इवनिंग क्लासेज की भी पहल की। मंजूबाला स्कूल में पढ़ाने के साथ स्काउट एवं गाइड में भी योगदान दे रही हैं। यही जुनून और नवाचार उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार तक ले गया।राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार में आया नाम चम्पावत जिले के बाराकोट ब्लॉक में च्यूरानी प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मंजूबाला का नाम राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की सूची में आया है। मंजूबाला 2005 से च्यूरानी विद्यालय में कार्यरत हैं। वर्ष 2011 में उन्होंने विद्यालय को जिले का पहला अंग्रेजी माध्यम स्कूल बनाया। वे नियमि...