गंगापार, सितम्बर 28 -- वर्ष 1962 से शुरू हुई किरांव की रामलीला आज तक लगातार होती रही। लेकिन इन दिनों क्षेत्र में ड्रोन से चोरी की अफवाहों के बीच रामलीला के पात्र एवं दर्शक न होने के चलते रामलीला को रोक दिया गया है। यह खबर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। मऊआइमा के डिहवा किरांव पर 63 वर्षों से रामलीला का प्रत्येक वर्ष मंचन किया जाता था। शुरू में आसपास के दर्जनों गांव के लोग यहां रामलीला देखने आते थे। कई गांवों में दुर्गा पूजा होने लगी। तब भी यहां आने वालों की संख्या बनी रही। यहां तक कि कोरोना काल में भी किरांव की रामलीला बंद नहीं हुई। लेकिन इन दोनों क्षेत्र में चोरी की अफवाहों के बीच लोग घरों की रखवाली कर रहे हैं और रामलीला के पात्र तथा देखने वाले लोग घर छोड़कर बाहर निकलने से कतरा रहे। इसके चलते रविवार से रामलीला का मंचन बंद कर दिया ग...