गंगापार, नवम्बर 4 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। ड्रेस व जूते मोजे तो दूर, भवन न होने के कारण पांच साल से कंपोजिट विद्यालय बदौआ के छात्र पेड़ के नीचे जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बरसात में छात्रों का इस विद्यालय में अवकाश रहता है। पांच साल पहले 14 जनवरी 2020 को कंपोजिट विद्यालय बदौआ, विकास खंड मांडा का भवन जर्जर होने के कारण नीलाम कर मलबा हटवा दिया गया। तभी से कक्षा एक से कक्षा आठ तक चलने वाले इस विद्यालय के 152 छात्रों के लिए केवल दो कमरे बचे। दो कमरों में कक्षा छह से कक्षा आठ तक के छात्र बैठाए जाते हैं। कक्षा एक से कक्षा पांच तक के छात्र विद्यालय के बाहर एक महुआ के पेड़ के नीचे जमीन पर बैठकर गुरुकुल पद्धति से शिक्षा ग्रहण करने पर मजबूर हैं। मंगलवार को विद्यालय के बाहर पेड़ के जमीन पर बैठे सैकड़ों छात्रों के बारे में जब विद्यालय ...