कोडरमा, सितम्बर 28 -- डोमचांच, निज प्रतिनिधि। डोमचांच के कालीमंडा में दुर्गा पूजा की परंपरा 150 वर्ष से अधिक पुरानी है। कहा जाता है कि करीब 150 वर्ष पूर्व उस समय के राजा शीत बसंत के वंशजों ने मां दुर्गा के भक्तों का सम्मान करते हुए बरामदा को खाली कर, मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति दी थी। वर्ष 1923 से यहाँ सार्वजनिक रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन शुरू हुआ। इस आयोजन में स्व. दुर्गा प्रसाद पांडेय, स्व. द्वारिका पांडेय, स्व. बैद्यनाथ गुरु और स्व. पंडित जयनार्थेद्र गुरु का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वर्तमान में उनके परिवार के वंशज मनोज कुमार पांडेय, सदानंद पांडेय, विनय पांडेय और संतोष पांडेय पूरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर रहे हैं। पूजा को सफल बनाने में समिति अध्यक्ष पवन पांडेय, राजीव कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष अनंत वर्णवाल और कालीमंड...
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