नई दिल्ली, सितम्बर 1 -- शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जितनी बेबाकी से भारत का पक्ष रखा है, वह भारत की आगे की विदेश नीति के लिए एक नई दिशा तय करने वाला है। वहीं इस सम्मेलन से भारत ने अमेरिका को भी सीधा संदेश दिया है कि किसी भी तरह का दोहरा मानदंड भारत को स्वीकार नहीं है। एससीओ से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक भी ट्रंप टैरिफ की चुनौतियों के बीच बेहद अहम है। सम्मेलन के बाद दोनों नेता एक ही कार से द्विपक्षीय बैठक के लिए रवाना हुए। इसकी तस्वीर भी सामने आई है। जाहिर सी बात है कि एक ही कार में पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन की यह तस्वीर संकेत है कि अमेरिका के किसी भी दबाव के चलते भारत रूस के साथ संबंध कमजोर नहीं कर सकता है। डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं ...