नई दिल्ली, फरवरी 25 -- पहले शीत युद्ध और फिर यूक्रेन में महायुद्ध को लेकर अमेरिका जहां पहले रूस की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ मजबूती से खड़ा था, डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अमेरिका का रुख तेजी से बदला है। ट्रंप को शपथ लिए मुश्किल से एक महीना भर हुआ है, उनकी व्लादिमीर पुतिन संग जुगलबंदी ऐसी दिख रही है, मानो सदियों पुराने दोस्त हों। हाल ही में यूक्रेन को लेकर ट्रंप के रुख और रूस की तरफदारी ने दुनिया को चिंता में डाल दिया है। यूरोप डरा हुआ है कि कहीं ट्रंप और पुतिन यूक्रेन को लेकर कोई बड़ी डील न कर दे। रूस और अमेरिका की बढ़ती नजदीकियां भारत के लिए सिरदर्द साबित होंगी या कूटनीतिक वरदान, आइए समझते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ट्रंप की रूस के प्रति नई नीति अमेरिका के पारंपरिक सहयोगियों को छोड़कर रूस से संबंध सुधारने की ओर इशारा ...