नई दिल्ली, मई 29 -- डॉ. सादात खय्याम का जीवन इस बात का साक्षी है कि यदि व्यक्ति में देशसेवा की भावना हो और संकल्प मजबूत हो तो वह किसी भी क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। सेना की वर्दी से लेकर समाजसेवा की चौपाल तक, शिक्षा के मंच से लेकर खेत-खलिहान तक उनका योगदान अमूल्य है। वे एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनकी प्रेरणा से न केवल युवा पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है, बल्कि पूरा समाज नई दिशा की ओर अग्रसर हो सकता है। "देश सबसे पहले" - यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक संकल्प है, जिसने डॉ. सादात खय्याम के जीवन को दिशा दी। भारतीय वायुसेना में अपनी सेवा से लेकर समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए किए गए अथक प्रयास तक उनका सफर अद्वितीय और प्रेरणादायक रहा है। एक सच्चे देशभक्त, समर्पित शिक्षक और कुशल प्रबंधनकर्ता के रूप में डॉ. खय्याम आज के युवाओं के लिए ...