वाराणसी, जून 18 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। डॉ. शंभुनाथ सिंह ने नवगीत को न सिर्फ प्रतिस्थापित किया बल्कि उसे प्रतिष्ठा भी दिलाई। काशी विद्यापीठ में मंगलवार को डॉ. शंभुनाथ सिंह की 109वीं जयंती पर आयोजित नवगीत पुरस्कार समारोह और राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि उप्र हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक और साहित्यकार डॉ. अमिता दुबे ने ये बातें कहीं। विशिष्ट अतिथि पिंडरा के विधायक और हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि डॉ. शंभुनाथ सिंह न सिर्फ अच्छे साहित्यकार थे बल्कि एक अनुशासनप्रिय-लोकप्रिय शिक्षक और शैक्षिक प्रशासक भी रहे। उन्होंने विद्यापीठ में कुलानुशासक के रूप में भी सेवाएं दीं। विशिष्ट अतिथि एमएलसी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ. शंभुनाथ सिंह ने नवगीत दशक नामक तीन खंडों में जो संकलन सम्पादित किये वास्तव में उसे नवगीत का ...